जनवरी :- महीने के शुरू में राशि का स्वामी शनि दसवे स्थान ( शत्रु स्थान ) पर है, उस पर गुरु की दृष्टि पड़ रही है, इस राशि पर मंगल चल रहा है, व्यापार में जीवन यापन योग्य ही धन प्राप्त होगा, अचानक धन खर्च अधिक होगा, पारिवारिक परेशानियों के कारण मानसिक उलझने अधिक रहेगी, धैर्य और संयम से काम ले,
फरवरी :- मंगल और शुक्र दोनों ग्रह इस राशि पर साथ चल रहे है, शनि दसवे स्थान में शत्रु राशि में है, बहुत अधिक मेहनत के बाद जीवन यापन योग्य धन ही प्राप्त कर सकते है, 13 फरवरी के बाद पारिवारिक परेशानियों के कारण मानसिक तनाव बना रहेगा, खर्च अधिक बने रहेंगे,
मार्च :- आरम्भ में इस राशि पर सूर्य की दशा होने से अत्यधिक मेहनत परिश्रम करना पड़े, आय के साधन बनते रहेंगे, बहुत अधिक भाग दौड़ हो और आराम कम रहेगा, जमीन जायदाद में पैसा खर्च होगा, 14 मार्च से शनि वक्री होगा, तो वाहन चलते समय सतर्कता बरते, चोट लगने का डर बना रहेगा, स्वास्थ्य में परेशानी बनी रहेगी, अनेक बाधा आये, अधिक खर्च होने के योग है,
अप्रैल :- धन हानि और किसी उच्च अधिकारी से विरोध होने के योग है, शरीर में परेशानी और तनाव बना रहे, बनते बनते कामो में अचानक रुकावटे आ जाये, शनि पर गुरु की शुभ दृष्टि होने से महीने के अंत में कुछ सुधार हो, पुराने बिगड़े काम बनने के आसार , जीवनयापन योग्य धन लाभ होगा, किसी मित्र से मुलाकात के योग, श्री दुर्गा कवच का पाठ करना लाभदायक होगा,
मई :- व्यापार में लाभ की तुलना में खर्च अधिक रहेगा, स्वास्थ्य में भी परेशानी के योग बने हुए है, भाइयो में मन मुटाव , परिवार में लड़ाई झगड़े, आर्थिक परेसानी, और मन अशांत रहेगा, लेकिन शनि पर गुरु की दृष्टि पड़ने से जीवन यापन करने लायक धन कमा सकेंगे , अत्यधिक खर्च होने के योग,
जून :- इस राशि पर शनि, सूर्य, भोम , गुरु, सभी की दृष्टि होने से कभी लाभ कभी हानि होने के योग ( मिले जुले योग ) होंगे, मानसिक परेशानी और पारिवारिक कलह बनी रहेगी, बहुत अधिक मेहनत के बाद भी जीवनयापन योग्य धन प्राप्ति ही होगी, आकस्मिक खर्च भी अधिक होंगे, धन को लेकर चिंता का विषय बना रहेगा, गुस्से के कारण बनते काम बिगड़ने के संकेत है ,
जुलाई :- राशि का स्वामी शनि दसवे स्थान पे होने से बहुत अधिक गुस्सा , बेकार में धन का खर्च हो, उच्च पद मिलने में बाधा आएगी, अपने ही सहयोगी से धोखा मिलने के योग, शुभ कामो में रूचि बढ़ने के योग, अचनक धन खर्च बढ़ेगा,
अगस्त :- शनि दसवे भाव में होने से धन लाभ काम में प्रगति मिलेगी, नए कामो को करने का प्रयास करना लाभदायक रहेगा, मन को सांत्वना मिलेगी, महीने के अंत में काम करने से कोई बिगड़ा हुआ काम बनेगा, लेकिन धन खर्च अत्यधिक मात्र में होगा,
सिंतबर :- इस राशि पर सूर्य की अशुभ दृष्टि और गुरु की शुभ दृष्टि पड़ेगी, जिससे परिणाम स्वरूप व्यापार में उन्नति के अवसर मिलेंगे, प्रगति के मार्ग खुलेंगे, घर में कोई शुभ कार्य का आयोजन होगा, उच्च अधिकारियो के माध्यम से कुछ बिगड़े हुए काम सुधरेंगे, पारिवारिक सहयोग काम मिलने के योग बन रहे है,
अक्टूबर :- महीने के शुरू में मंगल, शुक्र, सूर्य, ग्रहो की सातवी दृष्टि पड रही है, जिससे कभी हानि कभी लाभ के अवसर मिलेंगे, मिला जुला प्रभाव होगा, अनेक परेशानी के बढ़ भी धन लाभ के मौके मिलते रहेंगे, शुभ काम में पैसा खर्च होगा, 20 तरीका के बाद किसी दोस्त या रिस्तेदार की मदद से नए काम की योजना बनेगी, विदेश यात्रा जाने के योग भी है, वाहन सवारी के अवसर प्राप्त होंगे, पुरानी सोची हुई योजना पूरी हो सकती है,
नवम्बर:- महीने के प्रारम्भ में किसी उचे पद वाले व्यक्ति से विरोध होगा, धन हानि के योग है, शरीर में परेशानी हो, आय कम और खर्च अधिक हो, बनते बनते काम बिगड़ेंगे, महीने के अंत में सुधार होगा, बिगड़े हुए काम बनेंगे, धन लाभ होगा, किसी शुभ काम में पैसा खर्च होंगे, पुराने मित्र से मुलाकात होने के योग बनेंगे,
दिसम्बर :- महीने के शुरुआत में राशि का स्वामी शनि और सूर्य दसवे स्थान पे है, बहुत अधिक मेहनत करने के बाद भी धन लाभ नही के बराबर होगा, व्यवसाय में उन्नति के मोके मिलते रहेंगे , पारिवारिक परेशानी के कारण मानसिक चिंता ज्यादा रहेगी, किसी अपने ही निकट के इंसान से धोखा मिल सकता है, किसी प्रीय व्यक्ति से मुलाकात अच्छी होगी, खर्चो में अधिकता बनी रहेगी,