जनवरी :- महीने के प्रारम्भ में इस राशि पर वक्री गुरु का संचार बने हुआ है, धर्म कर्म में आस्था , और धार्मिक कामो में रूचि बढ़ेगी, बहुत अधिक मेहनत के बाद भी जीवन यापन मात्र आमदनी के साधन बनते रहेंगे, इस महीने खर्चे अत्यधिक मात्रा में होंगे, महीने के अंत में बनते कामो में बाधा आएगी, और धन खर्च अधिक होंगे,
फरवरी :- राशि पर गुरु उच्च स्थान पर विचरण करता है, किन्तु 11 फरवरी तक मंगल आठवे स्थान में होने के कारण बनते कामो में विघ्न , बाधा रहेगी, खर्च की तुलना में धन लाभ कम होगा , 12 फरवरी के मध्य धन लाभ कम होगा, और उन्नति के मार्गो में रुकावट आएगी,
मार्च:- महीने के शुरू में गुरु का शुभ संचार होगा, धर्म कर्म में आस्था होगी, उच्च सम्माननीय लोगो के साथ सम्पर्क होगा, किन्तु सूर्य आठवे भाव में होने से विशेष लाभ नही मिल पायेगा, 15 मार्च से सूर्य भाग्य स्थान पर आने से कार्य में उन्नति और लाभ के अवसर मिलेंगे,
अप्रैल :- इस राशि में गुरु उच्च स्थान पे होने से महीने के शुरू में धन लाभ ओर सुख साधनो में अधिकता होगी, धर्म कार्य में आस्था अधिक होगी, मंगल की नीच दृष्टि होने के कारण खर्च अधिक, मानसिक तनाव और स्वास्थ्य में परेशानी रहेगी ,
मई :- इस राशि पर गुरु उच्च स्थान पर संचार हो रहा है, इस महीने में ( निर्वाह योग्य ) आवश्य्कतानुसार आय के साधन बनते रहेंगे, सूर्य दसवे भाव में होने से अचानक धन लाभ के अवसर मिल सकते है, उन्नति के अवसर भी आ सकते है, सम्माननीय लोगो के साथ सम्बन्ध बनेगे,
जून :- महीने के शुरुआत में इस राशि पर गुरु व् शुक्र ग्रहो का संचार होगा, मानसिक तनाव और परिवार सम्बन्धी परेशानिया बढ़ेगी, बनते कामो में रूकावट पैदा होगी, धन खर्च अधिक होगा, गुरु की स्थिति शुभ होने से पद सम्मान हो सकता है, धन लाभ के योग बनेगे , किसी बड़े अधिकारी से सम्पर्क बढ़ेगा, नए कामो की योजना बनेगी,
जुलाई :- प्रथम भाग में इस राशि में गुरु का शुभ संचार होने की वजह से जीविकोपार्जन योग्य आय के साधन बनगे, मनोरंजन के कामो में बेकार ही अधिक पैसा खर्च होने के योग है, महीने के अंत में व्यापार में अत्यधिक मेहनत करनी होगी धन खर्च अधिक होने के योग है,
अगस्त :- महीने के प्रारम्भ में मंगल नीच स्थान में सूर्य के साथ संचार कर रहा है, गुस्सेल स्वभाव’ और मानसिक तनाव की अधिकता होगी, आलस्य में अधिकता होगी, परिवार भाई बंधू में मत भेद होगा, स्वास्थ्य में परेशानी होगी , महीने के अंत में विदेश से शुभ समाचार मिलेगा, धन लाभ की तुलना में खर्च अधिक होगा,
सिंतबर :- इस राशि में मंगल नीच स्थान में संचारित है , महीने के शुरू में अत्यधिक मेहनत करने के बाढ़ भी लाभ की प्राप्ति नही होगी, व्यापार में उन्नति के अवसर कम मिलेंगे, परन्तु पारिवारिक परेशानियों के कारण रुकावटे आएगी, धन खर्च भी बहुत अधिक होगा, किसी मित्र की सहायता से कुछ बिगड़े काम बनेगे,
अक्टूबर :- इस महीने में कभी लाभ , कभी हानि के प्रभाव रहेंगे, नौकरी व् व्यापार में उन्नति व् लाभ के अवसर मिलेंगे, किन्तु कुछ निजी परेशानी व् कुछ पारिवारिक परेशानी के कारण लाभ में कमी रहेगी, 17 तारीख के बढ़ कुछ बनते कामो में बाधा उत्पन्न होगी, श्री दुर्गा पाठ करना लाभदायक होगा,
नवम्बर:- महीने के शुरू में मंगल, शुक्र, राहु तीसरे स्थान में होने से मिले जुले प्रभाव रहेंगे, विशेष मेहनत के बाद जीविकोपार्जन योग्य आय ही प्राप्त कर सकेंगे, गुस्सेल स्वभाव के कारण बना हुआ कार्य भी बिगड़ेगा, महीने के अंत में परिवार में शुभ कार्य होंगे, श्री दुर्गासप्तशती का पाठ करना लाभदायक रहेगा,
दिसम्बर :- व्यापार में समय की अधिकता होगी, अत्यधिक मेहनत के बाद गुजरे योग्य धन प्राप्त होगा, अत्यधिक खर्चा होने के कारण मन अशांत रहेगा, परिवार में तनाव का माहौल बना रहेगा, स्वास्थ्य में परेशानी रहेगी , पारिवारिक परेशानी बढ़ेगी, आय के साधनो में बाधाये रहेगी,