जनवरी :- महीने के प्रारम्भ में उन्नति के अवसर मिलेंगे और धन लाभ मिलेगा,क्यों की राशि का स्वामी शुक्र भाग्य स्थान में है, और भाग्य स्थान में होने से कुछ बिगड़े काम भी बनेंगे, मंगल के कारण खर्च भी अधिक रहेगा, 23 तारीख से व्यापार में भाग दौड़ बढ़ेगी, वाहन चलाते समय विशेष सावधानी ध्यान रखे ,
फरवरी :- निकट के परिवार बंधुओ के साथ बेकार ही मनमुटाव रहेगा, महीने के शुरू में मंगल शुक्र दसवे भाव में होने से कठिनाइयों के बाद ही निर्वाह योग्य आय के साधन बनेगे, महीने के अंत में रुकावटे , कामो में बाधाएं और मानसिक तनाव होगा, श्री दुर्गा पाठ करना लाभदायक होगा,
मार्च :- महीने के शुरुआत में राशि का स्वामी शुक्र ग्यारवे भाव में धन लाभ का योग है, गत किये गए प्रयासों में सफलता मिलेगी, जमीन जायदाद , वाहन आदि सुखो की प्राप्ति होगी, किसी प्रिय बंधू से मेलजोल बढ़ेगा, 12 मार्च से शुक्र बारवे स्थान में होने से आय की तुलना में खर्च ज्यादा होगा, पारिवारिक में उलझने बढ़ने के योग है,
अप्रेल :- वृष राशि में राशि का स्वामी शुक्र 6 अप्रैल से संचार करेगा, जिससे महीने के प्रारम्भ में ( मिले जुले ) शुभ अशुभ दोनों प्रकार के फल प्राप्त होंगे, महीने के अंत में बेकार की भाग दौड़ रहेगी, और अनावशयक खर्चा ज्यादा हो, गत किये गए प्रयासों में सफलता मिलेगी, घर में कोई शुभ कार्य भी होगा, अचानक खर्च बढ़ेगा, मानसिक तनाव भी बने रहने के योग है, क्यों की शनि की दृष्टि पड़ रही है,
मई :- धन लाभ और उन्नति के मार्ग खुलेंगे, रुके हुए कार्यो में कुछ सफलता मिलने के योग है, इस राशि में शुक्र और मंगल दोनों राशियों का संचार होने की वजह से दुर्घटना में चोट लग सकती है, सावधानी रखे, अनावश्यक खर्च बढ़ेगा, बेकार की भाग दौड़ अधिक रहेगी, मानसिक परेशानी बढ़ेगी,
जून :- महीने के प्रारम्भ में सूर्य, मंगल, बुध , तीनो ग्रह संचार करेंगे, शुक्र तीसरे भाव में गुरु के साथ है, खर्च की तुलना में आय कम होगी, मेहनत करने पर जीवन यापन योग्य धन प्राप्त होता रहेगा, व्यापार में अनेक उतार चढ़ाव आएंगे, और काम करने के तरीके में परिवर्तन करने से लाभ के अवसर प्राप्त होंगे, प्रियबंधु से मेलजोल और धार्मिक कामो में खर्च अधिक होगा, स्वास्थ्य को लेकर परशानी हो सकती है, सावधानी बरते,
जुलाई :- 5 जुलाई से राशि के स्वामी शुक्र पर शनि की दृष्टि होगी, काम काज में भाग दौड़ अधिक रहेगी, धार्मिक कामो में पैसा अधिक खर्च होगा, खर्च की तुलना में धन लाभ कम होगा, वाहनो पर भी विशेष खर्च होगा, श्री दुर्गासप्तमी का पाठ लाभदायक रहेगा,
अगस्त :- महीने के प्रारम्भ में राशि स्वामी शुक्र वक्री होकर चतुर्थ भाव में है अधिक भाग दौड़ व् विशेष मेहनत के बाद गुजरे योग्य ही आय अर्जित हो पायेगी, व्यवसाय में धन लाभ कम और खर्च अधिक रहेंगे, शनि की दृष्टि के कारण पारिवारिक तनाव बढ़ेंगे, व् उलझने अधिक रहेगी, स्वास्थ्य में भी परेशानी रहेगी, श्री दुर्गासप्तमी का पाठ करना लाभदायक रहेगा ,
सितम्बर :- जीवन यापन योग्य धन लाभ का मौका अत्यधिक मेहनत के बाद ही प्राप्त होगा, शुभ कार्यो पर धन अधिक खर्च होगा, कुछ बिगड़े कार्यो में सफलता मिलने के योग है, गुप्त परेशानी और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ेगा, धन का व्यर्थ खर्चा अधिक रहेगा, श्री शिव उपासना करें, लाभदायक रहेगा,
अक्टूबर :- शनि की मित्र दृष्टि रहेगी इस राशि पर जिससे व्यापार में उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे , किसी नए कार्य की योजना बनेगी, दाम्पत्य जीवन में बाधा उत्पन होने के योग है, परेशानी और कुछ अड़चने उत्पन होगी, कार्तिक माहात्म्य का पाठ करना लाभदायक रहेगा,
नवम्बर:- महीने के प्रारम्भ में इस राशि पर शनि की सातवी दृष्टि के कारण आय कम और खर्च अधिक रहेगा, गुस्सेल स्वभाव से बनते कामो में बाधा उत्पन होंगी, परिवार और भाई बंधू में मनमुटाव रहेगा, आर्थिक तंगी से परेशानी का कारण रहेगी, व्यापार में मेहनत के बाद भी लाभ नही के बराबर होगा,
दिसम्बर:- महीने के शुरुआत में इस राशि पर सूर्य और सनी की दृष्टि पड़ रही है, व्यापार में अत्यधिक मेहनत और परिश्रम के बाद जीवन यापन योग्य आय के साधन बनते रहेंगे, महीने के अंत में बिगड़े कामो में कुछ सुधार और धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे,